Saturday, May 8, 2010

3.04 अच-अझ आद्यक्षर वाले शब्द

187 अचकचाना, अचकचा जाना (नसध॰ 8:34.5; 35:151.22; 36:153.32; 49:210.15)
188 अचकन-चपकन (अआवि॰ 69:9)
189 अचकल-पचकल (हम ऊ झोला झाड़ली तब ओकरा में से पुरान ~ अलमुनिया के कटोरा आउ एगो फट्टल पुरान मइल कुचइल चद्दर मिलल) (अमा॰22:16:1.11)
190 अचके (नसध॰ 6:27.14)
191 अचके (सुख के सेजरिया हम सोबहूँ न पइली, अचके में हो गेल बिहान) (अमा॰15:19:1.16)
192 अचक्के (चुभसे॰ 1:4.25; गो॰ 2:11.18, 14.27)
193 अचम्भो (रम॰ 13:100.21; 16:126.4)
194 अचरज (नसध॰ 15:66.13)
195 अचाना (= अँचाना, आचमन करना) (ई बात सुन के बटेसर थरिए में अचावइत कहलक हल - हम तऽ कल्हे ही जा सकऽ ही ।) (अल॰9:27.31; 43:141.22)
196 अचार (= अँचार) (अलगंठवा के चचा जी आम-नेमु-कटहर के अचार बोजे के आउ रंग-विरंग चिड़िया इयानी मैना-तोता, हारिल-कबूतर आउ किसिम-किसिम के पंछी पाले के बड़ सौखिन हलन ।) (अल॰12.37.6; 43:138.25)
197 अचोक्के (मसक॰ 58:29; 60:18)
198 अच्छत (अमा॰165:12:1.2)
199 अच्छत (~ न छोड़ना) (हबर-दबर चाट जाहें, अच्छतो न छोड़ऽ हें) (अमा॰7:7:1.21)
200 अच्छत-चन्नन (अल॰16:49.29)
201 अच्छर (= अक्षर) (सोनमतिया के भी सिलेट पर ककहरा लिखा के पढ़ाबऽ । तबे न ऊ ससुरार से दू गो अच्छर हमनी के लिखत ।) (अमा॰30:15:1.7, 25)
202 अच्छा (अच्छा-अच्छा) (नसध॰ 29:129.29)
203 अच्छोधार (गो॰ 1:1.17, 2.3)
204 अछइते (मसक॰ 120:13)
205 अछताना-पछताना (आखिर अछता-पछता के गोलघर जाए ओला रास्ता पकड़ के चल देली) (अमा॰22:15:2.13)
206 अछते (गो॰ 3:18.27)
207 अछते (= छइते) (ऊ तीन बेटा के अछते भुखमरी आउ निरादर सहऽ हे; मगही के हर एक विधा में मजगर रचना भेल; सबसे मजगर तो हल विजय जी के गजल - हाल अछते परीत हो गेली ।) (अमा॰6:9:1.15; 26:15:2.29)
208 अछते (हमरा ~ केकरो अनसन करे के जरुरत न हे; दिन अछते; दिनऽछते) (नसध॰ 36:154.17; 39:170.28; 40:175.16; 42:184.29)
209 अछरंग (रम॰ 10:78.7)
210 अछरंग (जितने लोग उतने बात के अछरंग अलगंठवा पर लगऽ हल ।; हमरा तोहर नाम से अछरंग लगा-लगा के परझोवा मार-मार के गली-गुच्ची बुले न दे हे ।) (अल॰2:5.6; 20:64.14; 24:74.18; 32:103.14)
211 अछरसह (फूब॰ 7:24.19)
212 अछार (रम॰ 15:115.16)
213 अछिआ (दू ~ चुल्हा) (जल्दी-जल्दी ईंटा के दू अछिया चुल्हा बनइते जा । ओकरे पर आलूदम आउर चाउर चढ़ा दऽ ।) (अल॰43:138.6)
214 अजगर (भ्रष्टाचार के अजगर फुफुआ रहल हे) (अमा॰22:12:1.10)
215 अजगुत (अमा॰1:15:1.15; 12:19:1.12; 29:6:2.6; अआवि॰ 11:8; 49:20; मसक॰ 78:19; 142:14, 17)
216 अजगुत, अजगूत (कब॰ 6:6; 23:5; नसध॰ 5:17.11; 35:150.9)
217 अजड़-अमर (= अजर-अमर) (इया ढेलमरवा बाबा जी ! एकरा अपने नियन ~ कर देहूँ कि हम्मर बाबू के अंगुरी भी न पिराय) (अमा॰22:14:1.7)
218 अजदूर-मजदूर (हम्मर गाँव में कई गो काँच-कुँआरी अजदूर-मजदूर से गोड़ भारी करवा के ढीढ़ा फुलवा के चमइन से पेट गिरवावऽ हे ।) (अल॰43:139.18)
219 अजनिया-बजनिया (अमा॰167:9:2.1)
220 अजमाना (शहर में काम करे जा आउ अप्पन भाग अजमावऽ) (अमा॰23:5:1.10; 173:10:1.10)
221 अजलती (बाप रे बाप, कुआरी छौंड़ी के मांग में सिनूर घिस देलकइ । अइसन अजलती तऽ कोय न कर सकऽ हे ।) (अल॰1:3.23)
222 अजात (हमरा जात-भाय से खान-पान सब बन्द हो जायत । हमरा लोग अजात कर देतन ।) (अल॰43:143.9)
223 अजाद (= आजाद) (अमा॰1:5:2.9; 172:3:2.15; 173:9:2.10)
224 अजाद (=आजाद) (नसध॰ 14:60.28; 36:156.3)
225 अजादी (नसध॰ 8:36.8; 42:184.16)
226 अजादी (= आजादी) (अमा॰1:5:2.5; 164:9:2.25; 170:5:1.26; 172:5:2.5)
227 अजायबघर (नसध॰ 26:116.21)
228 अजीज (रम॰ 2:23.3; 4:42.6)
229 अजीज (माय-भाय आउर चचा सब अलगंठवा से अजीज । रोज-रोज बदमासी, रोज-रोज सिकाइत, रोज-रोज जूता के मार ।) (अल॰1:2.7)
230 अजुका (डॉ॰ एच॰ बईस कहलन - 'प्राचीन बौद्ध साहित्य अर्द्धमागधी में लिखल गेल आउ अजुका पालि साहित्य ओकरे अनुवाद हे ।') (अमा॰23:10:1.2)
231 अजुरदा (उ लोग दवा विना, अन्न विना आउर कपड़ा-लत्ता विना अजुरदा बनल रहऽ हथ ।; मोहन सिंघ आउर जालिम सिंघ के अइसन दंड देवइ कि ओखनी के कहीं पनाह न मिलतइ । सब कुछ लेल अजुरदा हो जात ।; वरसात गाँव के गरीब-गुरवा से धमार करके धमकुचड़ी करऽ हे । गरीब सबके वेआवरू करके इज्जत उतारऽ हे । उठे-बैठे ला अजुरदा कर दे हे ।) (अल॰19:61.2; 25:76.8; 44:152.17, 26)
232 अजूबा (भारत के धर्म संस्कृति आउ सामाजिक रचना में बिधना, बिसुन आउ महादेव के कर्तव्य आउ सरसती, लक्ष्मी आउ पारवती के शक्ति के बड़ा अजूबा आउ प्रतीक के रूप मे घोल-मेल लोकऽ हे) (अमा॰25:15:2:13)
233 अजोधिया (= अयोध्या) (अल॰43:142.19)
234 अजोध्या (= अयोध्या) (नसध॰ 10:45.16)
235 अज्ञाकारी (= आज्ञाकारी) (नसध॰ 32:141.5)
236 अझुराना (बिहारशरीफ की मगही में 'ओझराना') (बकरी के खूँटा में लुगा अझुरा गेल; ऊ मिसिर के कहना में पड़के नगीना-सुक्खू से काहे ला अझुराय गेल हल) (नसध॰ 3:9.27; 13:56.12; 29:126.10, 128.3)
237 अझुराना (सझुरावे के लाख कोशिश करला पर भी ओकर सोच आउ जादे अझुरायल नियन हो जाहे) (अमा॰12:9:1.3, 4, 8; 18:8:1.2; 30:14:2.9)
238 अझुराना, अझुरा जाना (मकस॰ 58:4)
239 अझुराना, ओझराना (अझुराएल) (मसक॰ 80:13; 97:8)

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