Saturday, May 8, 2010

3.07 अप-अम आद्यक्षर वाले शब्द

387 अपजस (रम॰ 7:58.13)
388 अपजस (~ करना) (एही सब सोंचइत सब अउरत पीछे-पीछे सले-सले अपजस करे ला चले लगल हल । करहा में लट्ठा के पानी बह रहल हल खेत पटे ला । करहा भीर आके सभे छप्प-छप्प पानी छूए लगल हल ।) (अल॰18:54.13)
389 अपन (बअछो॰ 5:27.2, 26; 9:40.1; फूब॰ मुखबंध:1.17, 30; नसध॰ 1:2.6)
390 अपन, अप्पन (अआवि॰ 15:9, 20, 22, 23)
391 अपनइती (= अपनउती) (~, मेल-मिलाप आउ भाईचारा के संबंध) (अमा॰13:13:1.2)
392 अपनउती (ओकरा जाति, धरम आउ सम्प्रदाय से बढ़के ~ के भाव से भरल इयारी दोस्ती देखाय पड़ऽ हे) (अमा॰13:11:2.24)
393 अपनउवल (इधर बी॰एम॰पी॰ के एगो जमान अलगंठवा से अपनउवल नियन बतिआय लगल हल) (अल॰44:148.20)
394 अपनहीं (बअछो॰ 1:11.5, 19; 7:33.8; 15:66.3)
395 अपनहूँ (बअछो॰ 1:10.11; 5:26.3; 9:43.11; नसध॰ 6:25.2)
396 अपनाना (जब तक न अपनावल जायत) (नसध॰ 40:174.1)
397 अपनापन (~ में डर आउ लाज का ?) (नसध॰ 32:139.14)
398 अपने (बअछो॰ 1:12.13)
399 अपने-आप (अआवि॰ 15:29)
400 अपरमपार (= अपरम्पार) (राजगीर के महिमा अपरमपार, सुन मोरे भइया हो) (अमा॰27:20:1.3)
401 अपरेशन (= अपरेसन, ऑपरेशन) (अप्पन मरद के समझा बुझा के अपरेशन करा लिहऽ !) (अमा॰24:18:1.18)
402 अपरेसन (गो॰ 1:2.5; 2:12.4, 5; नसध॰ 25:105.24)
403 अपरेसन (= ऑपरेशन) (अगर समझा के केकरो अपरेसन करावे इया गरभ निरोध के बात बतावल जाहे त झट कह देहे कि ई तो भगवान के देन हे) (अमा॰24:14:2.22, 15:1.3)
404 अपसर (= अफसर) (नसध॰ 25:107.14)
405 अपसोस (= अफसोस) (नसध॰ 24:102.29, 103.5)
406 अपार (~ भीड़) (नसध॰ 36:154.32)
407 अप्पन (बअछो॰ 3:19.9; 8:38.15; गो॰ 5:26.17, 30; कब॰ 1:11)
408 अप्पन हाथ जगन्नाथ (मसक॰ 159:5; 162:18; 163:20)
409 अप्पन-अप्पन (गो॰ 7:33.26)
410 अफजाई (उनखो लोग उपहार देके उनखर हौसला ~ करऽ हथ) (अमा॰174:7:2.2)
411 अफड़-अफड़ के रोना (मसक॰ 100:9)
412 अफरात (अमा॰168:8:2.18, 10:2.2)
413 अफलात (इन्साफ ओहि आदमी के मिलऽ हे जेकरा पास ~ रुपइया हे) (अमा॰15:12:2.28)
414 अफवाह (नसध॰ 38:162.12, 13, 15)
415 अफसर-फसर (नसध॰ 25:107.15)
416 अफसोस (अमा॰12:9:2.10, 15)
417 अबकी (बअछो॰ 8:37.11; 9:41.21; 11:52.22, 23; 15:69.11)
418 अबकी (~ भर, ~ बार) (अमा॰11:13:1.25; 15:5:1.15; 173:19:2.31, 20:1.9)
419 अबकी बारी (बअछो॰ आमुख:7.22)
420 अबकी साल (बअछो॰ 7:34.13)
421 अब-तब (ऊ ~ में हे) (नसध॰ 24:98.20; 30:133.15; 39:164.20)
422 अबर (नसध॰ 1:4.10; 43:191.10)
423 अबर (= अबल, कमजोर) (मसक॰ 94:4, 28)
424 अबरा-निबरा (अबरा-निबरा  के मउगी हे भउजी, भइंस ओकरे जेकर हाथ लाठी । नगरी अन्हेर चउपट हे राजा, मोल एक्के हे हाथी कि पाठी ।) (अमा॰14:1:1.9)
425 अबरी (बअछो॰ 1:13.4; 9:41.9; 10:47.18; फूब॰ 2:8.13; 4:17.23; 7:25.21, 31; गो॰ 1:11.15; 4:23.7; 6:29.6; मसक॰ 67:11; 106:2; 142:16; रम॰ 14:113.6; नसध॰ 3:13.3; 4:14.22; 5:20.15, 17; 8:36.12; 22:88.20; 37:157.28)
426 अबरी (पहिले से तो एगो लइका हइए हल उनका । बाकि अबरियो दुन्नो बेकती भगवान के गोहरावित गेलन हे कि बेटी मत दिहऽ !') (अमा॰23:16:1.15; 166:14:2.22)
427 अबरी भर (फूब॰ मुखबंध:2.4)
428 अबले (= अब तक) (बअछो॰ 6:31.1)
429 अबहिए (सब परसादी तऽ बँटिए जा हे । इ गुने हम अप्पन हिस्सा अबहिए काहे न खा लूँ ।) (अल॰4:11.15; 16:46.29)
430 अबहियो (नसध॰ 1:1.26; 5:16.18, 19.11)
431 अबहियों (अमा॰20:18:2.3; 170:12:1.34; बअछो॰ 12:54.20; 14:60.18; गो॰ 1:2.21; मसक॰ 13:9; 43:5; 112:10)
432 अबहियों (= अभी भी) (चुभसे॰ 3:10.12)
433 अबही (नसध॰ 5:16.28)
434 अबही ले (बअछो॰ 1:12.10)
435 अबहुओ (बअछो॰ 15:67.11)
436 अबादी (= आबादी) (अमा॰16:15:1.20; 174:6:2.6)
437 अबादी (सब काम छोड़ के अबदिये बढ़ावऽ ह) (अमा॰9:5:1.26)
438 अब्बर (अब्बर पर जब्बर के कहाउत) (भोलानाथ तो अब्बर पर जब्बर के कहाउत लागू करथ) (मकस॰ 23:12)
439 अभाव (नसध॰ 35:150.19)
440 अभास (= आभास) (अमा॰169:9:2.10)
441 अभिन्नता (~ के अनुभव) (नसध॰ 32:139.21)
442 अमउरी (गो॰ 3:16.18, 19)
443 अमगूरा (~, अँचार आउ अमावट के घर में कोई कमी नञ रहत) (अमा॰163:14:1.2)
444 अमझोरा (बोखार से तलफइत बेटा के शरीर पर अंजलि अमझोरा के पानी रगड़ के कटोरी रखबे कैलक हल कि विंकटेश बोललक - 'बाबूजी कहिया अयतन माय .... ?') (अमा॰20:15:1.5)
445 अमदनी (= आमदनी) (नसध॰ 12:55.14; 30:132.5; 36:152.29)
446 अमदनी (छोट-मोट ~; उपरवार ~) (अमा॰16:17:1.24, 17:2.2; 171:7:1.22)
447 अमदी (गो॰ 1:1.27, 9.25; मसक॰ 138:15, 16)
448 अमदी (~ जब चाहे बसन्त के अप्पन मन में ला सकऽ हे; जब सब्भे ~ पढ़ जइतो, के देतो चुटकी तोहरा के) (अमा॰8:7:2.2; 14:6:1.12, 12:2.28)
449 अमदी (=अदमी, आदमी) (ई बात सुन के चचा-भाय आउर भोजाय आउर टोला के कई गो अमदी के ठकमुरकी लग गेल हल ।) (अल॰4:11.26, 12.7; 6:19.17)
450 अमदी, अदमी (अमदी - रम॰ 1:17.18; 2:23.22; 3:30.11, 31.7, 32.25; 5:46.24; 6:54.18)
451 अमनिया (लाल टुह टुह सुरज, लगे कुम्हार के आवा से पक के घइला निअर देखाई देलक, लगे जइसे कोय पनिहारिन माथा पर अमनिया घइला लेके पनघट पर सले-सले जा रहल हे ।) (अल॰3:6.4)
452 अमरलता (रम॰ 10:79.20)
453 अमरलत्तर (गो॰ 4:21.2)
454 अमराई (मिथिला के अमराई में भी विद्यापति के चले न वार ।) (अमा॰25:23:2.32)
455 अमला (फूब॰ 1:6.4)
456 अमानत (अमा॰3:13:2.10)
457 अमाना (भइंस अमायल) (अमा॰6:19:1.21)
458 अमावट (अमगूरा, अँचार आउ अमावट के घर में कोई कमी नञ रहत) (अमा॰163:14:1.2)
459 अमावस (नसध॰ 9:36.30)
460 अमिका (= अम्बिका) (बअछो॰ 9:41.1)
461 अमीरचंद (ई सब तुम्माफेरी नयँ करतई सरकार तऽ औफिस के बाबू लोग कइसे बनतन फकीरचंद से अमीरचंद ।) (अमा॰29:12:1.12)
462 अम्बार (धरती के शृंगार धान अम्बार लगल खरिहानी में) (अमा॰22:17:2.22)
463 अम्मो-ढेकार (~ कानना/ कनना) (मसक॰ 71:16)

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