Saturday, October 17, 2009

10. एकारादि शब्द

1086 -ए (= ही; उदा॰  पते {= पता + ए} = पता ही) (बअछो॰ 1:9.20)
1087 -ए (छुट्टिये, चलएबे, बनिये, पोरे-पोर, हाथे, बाढ़े-दहाड़, बुद्धुए, केत्ते, चन्दरे नगर, एक्के, किस्मते, कम्मे, तभिये, एकदम्मे, सब्भे) (मसक॰ 14:20, 25, 26; 16:23, 25; 18:11; 19:1; 21:10, 11, 13, 18; 26:13; 36:5; 47:8; 48:27)
1088 एँड़ियाना (कब॰ 1:16)
1089 एँड़ी (~ के लहर कपार पर चढ़ना) (अमा॰9:18:2.11)
1090 एँड़ी के लहर कपार पर चढ़ना (कब॰ 21:7)
1091 एक (~ से एकइस होना) (नसध॰ 5:17.24)
1092 एकइस (एक से ~ होना) (नसध॰ 5:17.24)
1093 एकक (= एक-एक) (फिन का हल, अलगंठवा डगर में आके, एगो पेड़ पर चढ़ के थोड़ा गड़ी, छुहाड़ा थोड़ा किसमिस आउर एकक गो केला-नारंगी, अमरुद लेके खाय लगल ।; खेत में धान के मोरी बढ़ के एकक हाथ के हो गेल हल ।) (अल॰4:11.17; 15:44.13; 16:49.13)
1094 एकछत्तर (~ राज स्थापित करना) (अमा॰166:7:1.25)
1095 एकछत्र (= एकछत्तर) (~ राज्य) (अमा॰15:9:2.23)
1096 एकटकिए (ऊ सब प्रो॰ वर्मा के ~ देख रहलन हे) (मकस॰ 10:5)
1097 एकटकिया (~ नोट) (नसध॰ 26:117.10)
1098 एकदम्मे (जमुना जी अप्पन गरूर के रंग में जमील के एकदम्मे हिकारत के नजर से देखऽ हलन बाकि जमील हिम्मत हारे वला अदमी हल नञ) (अमा॰16:15:2.3)
1099 एकपिठिये (अब सातो लड़की एक के बाद एक सावन-भादो नियर बढ़े लगलन । सब तो एकपिठिये हलन ।) (अमा॰27:16:1.27)
1100 एक-ब-एक (बअछो॰ 1:11.12; नसध॰ 4:15.22; 32:140.22; 49:210.31)
1101 एक-ब-एक (= एकबैग) (अमा॰15:7:2.14)
1102 एकबग्गा (गो॰ 5:27.8)
1103 एकबग्गा (मिलावट आज हर जगह हो रहल हे, निछक्का,  एकबग्गा आज कुच्छो न हे) (अमा॰10:8:1.27)
1104 एकबाघट (भइया गुस्सा में अलगंठवा के दू तमाचा जड़इत कहलक हल - "ले रे भठियारा, सब परसादी तोंही खा जो । बाप रे बाप, सब एकबाघट कर देलकइ, बेहूदा-हरमजादा ।") (अल॰4:11.29)
1105 एकबैक (मसक॰ 21:21; 127:23; 153:14)
1106 एकर (अआवि॰ 10:25; बअछो॰ आमुख:8.1; 2:15.28; 10:47.29; फूब॰ 1:3.14, 19; गो॰ 2:13.4)
1107 एकर (लोग के बोल-चाल में तो मगही के खूबे प्रयोग होवऽ हे, बाकि लिखा-पढ़ी में एकर ~ नऽ होवे) (अमा॰1:7:2.11)
1108 एकरा (अआवि॰ 10:28; फूब॰ मुखबंध:1.6, 11, 2.13; 1:4.12; नसध॰ 5:21.24)
1109 एकरा (= इसको) (बअछो॰ 5:27.27; गो॰ 1:2.23; 2:12.3, 4)
1110 एकरा (एकरे अभाव में; ~ अलावे) (अमा॰1:7:2.2, 15:1.11; 18:13:1.3)
1111 एकरा लागी (बअछो॰ आमुख:8.3)
1112 एकरा से (बअछो॰ 8:38.15)
1113 एकरे (फूब॰ मुखबंध:2.31; 1:3.15, 16; 2:7.3)
1114 एकवा (रम॰ 15:120.2)
1115 एकवाघट (~ भोजन) (हम जनेउ पकड़ के उत्तर रुखे मुँह कर के कसम खाही कि हम अइसन एकवाघट भोजन न करम । हम बराहमन धरम के चौपट न करम । हम भूखले परान तेआग देम मुदा माल-मुसहर आउर मुसलमान के छुअल पकल न खाम ।) (अल॰43:142.4)
1116 एकसरुआ (मसक॰ 100:23)
1117 एकह (= एक-एक) (सब लोग फरही नियन ~ बोझ धान चुन लेलन आउ चदर गमछी में बकुचौले अपन देहात चल देलन) (नसध॰ 46:204.1)
1118 एकहगो, एकह गो (नसध॰ 1:1.9; 49:212.24)
1119 एकाक-ठो (फूब॰ 3:10.2)
1120 एकाध (~ तुरी) (नसध॰ 20:80.23; 31:135.18)
1121 एकान्ती (फिर ~ के सफर सुरु हो गेल) (अमा॰13:9:1.17)
1122 एकामन (गो॰ 1:9.30)
1123 एकार (~ लगाके बोलना) (मसक॰ 148:9)
1124 एकारसी (चुपे-चुपे गूर-चुरा ऊपरे ~) (नसध॰ 4:14.23; 16:69.14)
1125 एकारसी (तरे-तरे गुड़-चुड़ा, ऊपरे से एकारसी) (अमा॰172:12:1.4)
1126 एक्कम (अआवि॰ 67:5)
1127 एक्कर (गो॰ 2:12.20, 14.3)
1128 एक्के (अआवि॰ 109:32; बअछो॰ आमुख:3.14, 4.19; 2:15.11; 3:18.23; गो॰ 2:13.27; 3:16.10; 5:26.30; कब॰ 1:5)
1129 एक्के कबड्डी में जाना (मसक॰ 74:20)
1130 एक्को (बअछो॰ 2:14.15, 20; 2:15.13; गो॰ 1:11.7; 3:15.25; 10:43.28)
1131 एखनी (मसक॰ 94:2)
1132 एखनी (= एकन्हीं) (~ से मुँह लगावे में हमनी के कोई फयदा न हउ) (अमा॰18:15:1.14; 24:16:2.10)
1133 एखन्हीं (अमा॰173:18:2.28)
1134 एखबार (= अखबार) (फूब॰ 2:8.31, 32)
1135 एगो (अआवि॰ 11:8; नसध॰ 1:4.4)
1136 एजगुन्ने (= इसी जगह पर) (अमा॰166:7:2.2)
1137 एजा (मसक॰ 33:24)
1138 एड़ी (नसध॰ 29:128.29)
1139 एतना (अआवि॰ 50:25; बअछो॰ आमुख:5.22, 6.28; 1:12.26; 9:40.11; फूब॰ मुखबंध:1.25; गो॰ 6:30.21, 29; मसक॰ 7:20; 12:9)
1140 एतना (एतने न, ...) (अमा॰2:12:2.28)
1141 एतना (तोहनी ~ तरऽजुत काहे ला कैलऽ ? हम का मरल जाइत ही ?) (नसध॰ 27:120.28)
1142 एतना-एतना (गो॰ 6:32.4-5)
1143 एतने (बअछो॰ 4:20.5; 5:27.1)
1144 एतनै (फूब॰ मुखबंध:1.28)
1145 एतबार, एतवार (कल कसबा में ~ के बजार लगऽ हे; गाँव में भी ~ के हर-फार न चले से छुट्टी मिल जाहे) (नसध॰ 26:115.12; 37:158.21)
1146 एतराज ('धत्, पहिले तूँ खा लऽ, तऽ हम पीछे खइवो ।' अलगंठवा एतराज करइत कहलक हल - अभी तक तोहरा अउरत के वान न गेलो हे ।) (अल॰42:133.3)
1147 एतवर (मसक॰ 7:5; 77:12; 89:30)
1148 एतवर (= एतवड़, इतना बड़ा) (का हम एतना निसा में ही कि हमरा ~ गो पत्थर न बुझा हे) (अमा॰4:11:2.16; 25:21:2.22)
1149 एतवार (~ के तीन बजे दिन में) (अमा॰17:12:1.19; 163:14:1.20; 165:10:1:8)
1150 एता, एत्ता (रम॰ 9:72.21)
1151 एते (चुभसे॰ 3:8.23, 25; फूब॰ 1:4.12; 2:8.1)
1152 एत्ता (मकस॰ 14:10)
1153 एत्ता (~ दिना से) (नसध॰ 14:61.10)
1154 एत्ता (~ सुन्नर अँगना में) (अमा॰18:12:2.24)
1155 एत्ते (~ रात तक टिंकू का जागल होयत ?; ~ जोर से) (अमा॰13:7:2.15; 171:9:1.3)
1156 एनही, एनहीं (नसध॰ 7:28.24)
1157 एनहीं (बअछो॰ 10:48.10)
1158 एनहीं (रम॰ 10:78.9)
1159 एनहीं (तनी ~ से बधार में खेसाड़ी देखइत चली ) (नसध॰ 10:45.22)
1160 एनहीं-ओनहीं (गो॰ 6:29.24)
1161 एने (बअछो॰ 1:11.28; फूब॰ 1:3.18; 5:18.12; नसध॰ 3:12.17)
1162 एने (= एन्ने, इधर) (नरिअर गुड़गुड़ावइत अकचका के नन्हकू पूछलक - "अँय, एने भी चेचक के सिकायत हइ का ?" -"हाँ, टभका टोय छोट-छोट बुतरूअन के पनसाही देखाय पड़लइ हे ।" बटेसर चौंकी के नीचे बइठत कहलक हल ।; एने अइते जा ।) (अल॰3:8.20; 41:126.28)
1163 एने-उने (फूब॰ 4:13.4)
1164 एने-ओने (फूब॰ 1:4.8; 3:9.9)
1165 एने-ओने (~ छितरायल हल; ~ काहे ला दउड़ल चलऽ हथुन) (नसध॰ 7:28.27; 11:47.25)
1166 एने-ओने (सुमितरी माय-बेटी घर से चौखट पर आके एने-ओने ताके लगल हल । हल्ला-गुदाल सुन के गाँव के कुत्ता भी भुक-भुक के अनोर करे लगल हल ।) (अल॰7:22.26; 8:25.5)
1167 एने-ओने, एन्ने-ओन्ने (रम॰ 6:51.2; 16:124.6)
1168 एन्ने (बअछो॰ 4:20.14, 21.17, 25; 9:40.3; चुभसे॰ 3:11.7; गो॰ 5:24.5; 7:36.8; कब॰ 39:1; मसक॰ 35:12, 28; 42:4)
1169 एन्ने (एन्ने .... ओन्ने) (अमा॰1:19:1:2; 173:16:2.30)
1170 एन्ने ... ओन्ने (बअछो॰ 4:22.2)
1171 एन्ने-ओन्ने (अमा॰4:9:2.9; 163:13:1.20, 15:2.15; 166:9:2.9; 169:5:2.23; 173:13:1.31; बअछो॰ 7:36.3; 12:54.15, 55.5; 16:70.7; गो॰ 9:42.15; मसक॰ 58:17; 67:2; 72:18; 77:3; 112:2; 115:1)
1172 एन्ने-ओन्ने (एन्ने-ओन्ने से पइसा झीट के लावऽ हलन, ओकरा फूँक-ताप जा हलन) (मकस॰ 22:17, 21)
1173 एमेले (= एम॰एल॰ए॰) (अबकी ऊ ~ के बोटा-बोटी में खड़ा होवे ले चाहऽ हे) (अमा॰6:16:1.10)
1174 एलहदे (फूब॰ 5:18.1)
1175 एसो (रम॰ 6:57.9; 14:114.1)
1176 एसो (= इस साल) (एसो के लगनिया में जोड़े के हइ गेठिया, चहर-जुआन लेखा घर बइठल बेटिया, एसो होतइ न निवाह तऽ का कहतइ जमनमा ।; इनकर घर पर भी एसो सामन-भादो जी जान के बरसात कइलकइ हे ।) (अल॰19:63.14; 44:153.17)
1177 एसो (एसो भी नइहर गेली त, न देलऽ हल साड़ी । झुट्ठो कहलऽ नोकरी लगतइ, बेचम न खेंसाड़ी ।।) (अमा॰172:20:1.21)
1178 एसो, एसों (नसध॰ 6:23.13, 29; 13:59.30; 22:87.18; 35:149.11, 14)
1179 एहनी (नसध॰ 4:15.22)
1180 एहनी (= एकन्हीं) (अमा॰25:21:2.4)
1181 एहवात (बअछो॰ 5:25.25)
1182 एहसास (नसध॰ 35:150.24)
1183 एहां (फूब॰ 1:4.1, 6.12)
1184 एहिजा (नसध॰ 26:117.16)
1185 एहिजे (नसध॰ 1:3.15)
1186 एही (अआवि॰ 13:2; बअछो॰ 2:16.1; 3:18.16; 9:43.20; गो॰ 6:33.1; 7:36.11; कब॰ 1:25; नसध॰ 5:18.23)
1187 एहू (बअछो॰ 4:21.19; 9:42.11; गो॰ 3:19.5; नसध॰ 6:26.6)
1188 एहे (फूब॰ 1:5.7, 11; फूब॰ 4:17.8)
1189 एहो (फूब॰ मुखबंध:1.11, 2.15)

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