Saturday, October 17, 2009

2. प्रयुक्त संकेत

अआवि॰ = "अमृत आउ विष" (मगही ललितनिबन्ध संग्रह); निबन्धकारः पं॰ हरिदास ज्वाल (25 मार्च 1918 - 12 जनवरी 2003); प्रथम संस्करणः 1 जुलाई 1992; प्रकाशकः संदीप प्रकाशन, साहित्य सदन, रौशनघाट, टेकारी रोड, पटना - 800 006; प्रमुख वितरकः मागधी किरण कुंज, राजेन्द्र नगर, पथ-संख्या-3, पटना - 800 016; मूल्य - 25 रुपये (विद्यार्थी संस्करण), 40 रुपये (राज संस्करण); कुल 4 + 111 पृष्ठ । (लेखक के जीवनी लगि देखल जाय - "मगही के थाती : हरिदास ज्वाल", अलका मागधी, अप्रैल 2006, पृ॰ 5-6).

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या पृष्ठ, आउ दोसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।

अमा॰ = मगही मासिक पत्रिका "अलका मागधी"; सम्पादक - डॉ॰ अभिमन्यु मौर्य, पटना
ई सन्दर्भ में पहिला संख्या संचित (cumulative) अंक संख्या; दोसर पृष्ठ संख्या, तेसर कॉलम संख्या आउ चौठा (बिन्दु के बाद) पंक्ति संख्या दर्शावऽ हइ । उदाहरण -
"बरमहल: (अमा॰172:4:1.18)" के मतलब हइ कि "बरमहल" शब्द अलका मागधी पत्रिका के संचित अंक संख्या 172 (अर्थात् अक्टूबर 2009 के अंक) में, पृष्ठ 4 पर के कॉलम 1 के पंक्ति क्रमांक 18 पर हकइ ।

जुलाई 1995 खातिर संचित अंक संख्या = 1;
दिसम्बर 1995 खातिर संचित अंक संख्या = 6;
दिसम्बर 1996 खातिर संचित अंक संख्या = 6 + 12 = 18;
दिसम्बर 2007 खातिर संचित अंक संख्या = 6 + (2007-1995) X 12 = 6 + 12 X 12 = 150;
अप्रैल 2009 खातिर संचित अंक संख्या = 6 + (2008-1995) X 12 + 4 = 6 + 13 X 12 + 4 = 166.

अल॰ = "अलगंठवा" (मगही उपन्यास) - बाबूलाल मधुकर; प्रथम संस्करण 2001; सीता प्रकाशन, 105, स्लम, लोहियानगर, पटना-20; मूल्य: लाइब्रेरी संस्करण - 150/- रुपये; सामान्य संस्करण - 125/- रुपये; कुल x+158 पृष्ठ ।

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या अनुच्छेद (section), दोसर संख्या पृष्ठ, आउ तेसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।

कब॰ = "कथा-बतीसी" (मगही लघुकथा सेंगरन); कथाकारः घमण्डी राम उर्फ रामदास आर्य (जन्म: 9 जनवरी 1949); प्रथम संस्करणः जून 2004; प्रकाशकः श्यामसुन्दरी साहित्य कलाधाम, बेनीबिगहा, बिक्रम (पटना); मूल्य - 80 रुपये; कुल 14 + 64 पृष्ठ; सम्पर्क सूत्रः बल्लमीचक, अनीसाबाद, पटना - 800 002; दूरभाषः 2253729.

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या पृष्ठ, आउ दोसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।


गो॰ = "गोदना" (मगही उपन्यास) - श्रीकान्त शास्त्री (डॉ॰ रामनन्दन द्वारा पूरा कैल); प्रथम संस्करणः जून 1978; प्रकाशकः बिहार मगही मंडल, पटना-5; मूल्य - 4 रुपया 20 पइसा; कुल 4 + 48 पृष्ठ । प्राप्ति-स्थानः बिहार मगही मंडल, V-34, विद्यापुरी, पटना-800 020.

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या अनुच्छेद (section), दोसर संख्या पृष्ठ, आउ तेसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।

चुभसे॰ = "चुटकी भर सेनुर" (मगही उपन्यास) - सत्येन्द्र 'जमालपुरी'; प्रथम संस्करणः फरवरी 1978; प्रकाशकः बिहार मगही मंडल, पटना-5; मूल्य - 1 रुपया 50 पैसे; कुल 2 + 16 पृष्ठ । प्राप्ति-स्थानः बिहार मगही मंडल, V-34, विद्यापुरी, पटना-800 020.

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या अनुच्छेद (section), दोसर संख्या पृष्ठ, आउ तेसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।

नसध॰ = "नरक सरग धरती" (मगही उपन्यास) - डॉ॰ राम प्रसाद सिंह; प्रथम संस्करण 6 अक्टूबर 1992; प्रकाशकः मगही अकादमी, मगही लोक, तूतवाड़ी, गया; मूल्य - 50/- रुपये; कुल xv + 212 पृष्ठ ।

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या अनुच्छेद (section), दोसर संख्या पृष्ठ, आउ तेसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।

फूब॰ = "फूल बहादुर" (मगही उपन्यास) - जयनाथपति (1880-1940) ; प्रथम संस्करणः अप्रैल 1928; दोसर संस्करणः अप्रैल 1974; प्रकाशकः बिहार मगही मंडल, पटना-5; मूल्य - 3 रुपइया; कुल 6 + 28 पृष्ठ । प्राप्ति-स्थानः बिहार मगही मंडल, V-34, विद्यापुरी, पटना-800 020 ।

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या अध्या (= अध्याय), दोसर संख्या पृष्ठ, आउ तेसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।

अकारान्त अक्षर के पूर्ण उच्चारण लगी मूल प्रति में हाइफन के प्रयोग कैल गेले ह, जइसे - "चलऽ" के बदले "च-ल" । सुविधा आउ तुलना खातिर आजकल प्रचलित अवग्रह चिह्न "ऽ" के ही प्रयोग ई सूची में देल जा रहले ह ।


बअछो॰ = "बबुआनी अइँठन छोड़ऽ" (मगही उपन्यास) - आचार्य सच्चिदानन्द (1923 - 5 अप्रैल 2007) ; प्रथम संस्करणः मार्च 2004; प्रकाशकः आनन्द प्रकाशन, ए-227, पी॰ सी॰ कॉलोनी, कंकड़बाग, पटना-800 020; मूल्य - 30 रुपये; कुल 80 पृष्ठ ।

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या अनुच्छेद (section), दोसर संख्या पृष्ठ, आउ तेसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।


मसक॰ = "मगही समसामयिक कहानी" - सम्पादक - डॉ॰ अभिमन्यु प्रसाद मौर्य; प्रथम संस्करणः 2003 ई॰; प्रकाशकः मौर्य प्रकाशन, राम लखन महतो रोड, पुराना जक्कनपुर, पटना - 800 001; मूल्य: सजिल्द-125 रुपइया, अजिल्द-100 रुपइया; कुल 176 पृष्ठ ।

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या पृष्ठ, आउ दोसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।

नोटः ई सूची में सर्वनाम शब्द (जैसे- ई, ऊ, ओरा, केरा, ओकरा, केकरा इत्यादि) के शामिल नयँ कैल गेले ह ।


रम॰ = "रमरतिया" (मगही उपन्यास) - बाबूलाल मधुकर; प्रथम संस्करण 1968; नवमा संस्करण 2008; प्रकाशकः सीता प्रकाशन, 105, स्लम, लोहियानगर, पटना-20; मूल्य - 101/- रुपये; कुल 144 पृष्ठ ।

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या अनुच्छेद (section), दोसर संख्या पृष्ठ, आउ तेसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।

रुपा॰ = "रुक्मिन के पाती" (मगही कथा-काव्य) - बाबूलाल मधुकर; प्रथम संस्करण 2008; प्रकाशकः सीता प्रकाशन, 105, स्लम, लोहियानगर, पटना-20; मूल्य - 101/- रुपये; कुल 144 पृष्ठ ।

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या सम्वाद, दोसर संख्या पृष्ठ, आउ तेसर संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।


माकेम॰ = "माटी के मरम", लेखक - रामदास आर्य; प्रकाशकः श्यामसुन्दरी साहित्य-कला धाम, बेनीबिगहा, बिक्रम (पटना); पहिला संस्करण - 1984; मूल्य - 11 रुपये; 64 पृष्ठ ।

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या पृष्ठ और बिन्दु के बाद वला संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।


माकेसिं॰ = "माटी के सिंगार", लेखक - रामदास आर्य; प्रकाशकः श्यामसुन्दरी साहित्य-कला धाम, बेनीबिगहा, बिक्रम (पटना); पहिला संस्करण - 2002; मूल्य - 75 रुपये; 109+3 पृष्ठ ।

देल सन्दर्भ में पहिला संख्या पृष्ठ और बिन्दु के बाद वला संख्या पंक्ति दर्शावऽ हइ ।
 

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