Sunday, October 18, 2009

30. नकारादि शब्द

6009 न (तोरा कउनो दिक्कत न न होतउ ?) (अमा॰30:16:1.22)
6010 न जानि (अमा॰12:17:1.18, 18:1.19; 29:7:1.26)
6011 न जानी (अमा॰173:12:1.4, 14:2.17; चुभसे॰ 4:13.26)
6012 न जानी (= न जाने) (नसध॰ 4:14.4; 29:127.26; 30:134.16; 36:155.26)
6013 न जानी (पाती पढ़के न जानी सुमितरी के मन में का भाव उठत ।) (अल॰6:20.22)
6014 नऽ, न (= नहीं) (नसध॰ 1:1.21)
6015 नइ (फूब॰ 1:6.7)
6016 नइका (= नयका) (अलगंठवा नइका चूड़ा के साथ फतुहा के परसिध मिठाइ मिरजइ भर-भर फाँका खा ही रहल हल कि उ अप्पन माय के हाथ से उसकावइत बोलल हल ..) (अल॰6:16.12)
6017 नइकी (अमा॰18:18:1.11)
6018 नइकी (= नई) (हमनी तीनो आ रहलियो हल । मुदा नइकी वगीचवा में तेतर तिवारी मिल गेलक । कने से तऽ एक पांजा गदरल बूँट के झंगरी ले के होरहा बना रहलथुन हे । ओही लोग तोहरा बुलावे ला हमरा कहलथुन हे।) (अल॰29:89.22)
6019 नइया (नसध॰ 30:132.31)
6020 नइहर (अमा॰1:14:1.24, 28; 167:9:2.15; 172:5:1.13, 20:1.21; 173:7:1.10; कब॰ 1:22; मकस॰ 49:12; मसक॰ 38:25, 30)
6021 नइहर (अहे सुमितरी के माय, कपड़ा गार-गुर के इधर भी अइहऽ । तोहर नइहर के कई लोग भी गंगा नेहाय अइलथुन हे ।) (अल॰6:16.17; 16:48.4)
6022 नई (= नहीं, न) (फूब॰ 1:6.22)
6023 नईं (= नञ, नयँ) (अमा॰168:8:1.6; मसक॰ 160:1, 9, 10, 11, 13, 14, 23, 24, 25; 161:22, 23)
6024 नउआ (बअछो॰ 4:22.1; मसक॰ 73:4; 92:25)
6025 नउआ (नउआ-ब्राह्मन) (नसध॰ 7:30.7)
6026 नउवत (रम॰ 13:106.24)
6027 नककट्टा (भला दस नककट्टा में एगो नकगर सोभतई ?) (अमा॰11:9:1.9)
6028 नकगर (भला दस नककट्टा में एगो नकगर सोभतई ?) (अमा॰11:9:1.9)
6029 नकचियाना (= नजदीक आना) (नगपाँचे नकचिया रहल हल । टाल-बधार में अमदी के जगह पर चिरई-चिरगुन, सियार-बिलार के चहल-पहल आउर सोर-गुल होबइत रहऽ हल ।) (अल॰15.44.8)
6030 नकफेनी (अलगंठवा के बात सुन के सुखदेव घर दने चल गेल हल आउ ई चारो गोटा भी चउरी पर पर-पैखाना करे ला दखिन रूखे गलवात करइत चल गेलन हल । ओने नकफेनी के झाड़ी में तीतीर आउर आम के पेड़ पर कोयल बोले लगल हल । गाँव के धुर-जानवर भी खंदा में घर देने लौट रहल हल । सूरज भी डूबे ला झलमला रहल हल ।) (अल॰29:90.25; 44:154.15)
6031 नकलाही मउगी के ओझवा भतार (रम॰ 8:69.17-18)
6032 नकवेसर (नाक के नीचे एगो छेद आउर करवा लिहऽ जेकरा में नकवेसर इयानी बुलाकी पेन्ह लेबऽ तऽ आउर वेस लगबऽ ।) (अल॰13.39.24; 32:103.22)
6033 नकसलाइट (नसध॰ 25:108.25)
6034 नकसा-खतिआन (नसध॰ 13:59.12)
6035 नखड़ा (फूब॰ 2:8.22; नसध॰ 11:49.2)
6036 नखड़ा (~ पसारना) (कब॰ 36:23)
6037 नखरा-तिल्ला (~करना) (मसक॰ 164:6)
6038 नगद-नरायन (अमा॰165:15:1.11)
6039 नगदा-नगदी (बअछो॰ 12:57.5)
6040 नगदी (बिहने भेला नगदी में पानी भरल हल) (नसध॰ 6:27.24)
6041 नगपाँचे (= नागपंचमी) (नगपाँचे नकचिया रहल हल । टाल-बधार में अमदी के जगह पर चिरई-चिरगुन, सियार-बिलार के चहल-पहल आउर सोर-गुल होबइत रहऽ हल ।) (अल॰15.44.8)
6042 नगपुरिया (अमा॰163:5:2.16)
6043 नगाड़ा (अमा॰25:22:2.6)
6044 नगीच (= नजदीक) (नसध॰ 25:105.11)
6045 नगीना (= एक प्रकार के धान) (बाँध के बोझवा हम लायम खलिहनमा । सीता मंसुरिया आउ टैचुन नगीनमा ॥) (अमा॰30:11:1.16)
6046 नच्छत्तर (अआवि॰ 68:31)
6047 नछतर (= नछत्तर, नक्षत्र) (एगो बूढ़ अदमी बोल रहलन हल कि पूरवा नछतर हइ । कहनी में भी हे -'पूरवा रोपे पुर किसान, आधा खखड़ी आधा धान ।'  दूसर अदमी बोल उठल - बाबा के बात,  इ पूरवा नछतर थोड़े हे । हथिया चढ़लइ हे । अभी दू दिन तऽ चढ़ला होवे कइले हे ।) (अल॰32:103.29, 104.2; 44:152.12)
6048 नजर (अलगंठवा के माय के नजर जब सुमितरी के माय पर पड़ल तऽ अलगंठवा के माय तनी हँसइत बोललक हल - "अहे सुमितरी के माय, कपड़ा गार-गुर के इधर भी अइहऽ । तोहर नइहर के कई लोग भी गंगा नेहाय अइलथुन हे ।") (अल॰6:16.15, 19)
6049 नजर गड़ना (केकरो पर ~) (मसक॰ 20:1-2)
6050 नजर-गुजर (~ झारना) (सांप-बिच्छा नजर-गुजर झारे के अलावे जिन्दा सांप पकड़े के मंतर इयानी गुन से आन्हर अलगंठवा के बाबू ।) (अल॰1:1.17)
6051 नजर-गुजर (~ लगना) (अमा॰165:10:2.17)
6052 नजरचढ़ू (~ मत बन तिलेसरी ! जमाना मार देतउ । अइसन सिंगार-पटार बड़कन के बेटी करऽ हे । ओखनी एसनो-पाउडर, काजर-बीजर करऽ हे, त सोहऽ हे । तों करबे, तब लोग तोरा रंडी-पतुरिया कह देतउ ।) (अमा॰168:9:1.30)
6053 नजरबंद (नसध॰ 28:124.14)
6054 नजाइज (= नाजायज) (कम-से-कम हमनी के किसान जइसन जान-परान लगाके मेहनत तो न न करे पड़ऽ हे । हमनी के गरीबी आउ सीधई से दोसर कोई नजाइज फैदा तो नहिये उठावऽ हे ।) (अमा॰27:9:1.16)
6055 नजिक (फूब॰ 4:13.15)
6056 नजीक (फूब॰ 1:6.30; गो॰ 6:31.18)
6057 नजीकी (= नजदीकी) (फूब॰ 1:6.19)
6058 नञ (अमा॰163:1:1.1, 3, 15; 173:5:1.5; मसक॰ 32:3, 8, 11, 16, 18; 33:5, 22, 25)
6059 नञ् (= नञ, नयँ) (अमा॰5:10:1.4; 163:18:2.18, 19, 20; 173:5:2.4, 6:2.2)
6060 नटगिरी (अआवि॰ 32:8)
6061 नट-नगाड़िन (कब॰ 1:5)
6062 नट्टिन (कब॰ 2:8)
6063 नतनी (तीन गो बेटी, तीन गो दमाद, नाती, नतनी, आउ का चाहऽ ह ?) (अमा॰7:7:2.24)
6064 नतिनदमाद (गो॰ 4:22.8)
6065 नतिया-राड़िन (हमरा पर नतिया-राड़िन जरी-जिद्दी से पड़ल हे) (अमा॰165:10:1.21, 2.12, 11:1.28)
6066 नतीजा (~ सहना) (नसध॰ 38:162.13, 14)
6067 नतीजा (एको नतीजा करे बिना बाज न आना) (रम॰ 14:112.12-13)
6068 नतीजा (नौ ~ करना) (अइसन कटासिन पुतोह मिलल हे कि आज हमरा नौ नतीजा करत; अंत में एही नतीजा पर पहुँचल जाइत हे कि पहिले मगध के भाषा मागधी हल, बाद में चलके एही पालि कहाय लगल) (अमा॰7:10:1.26; 23:10:1.4; 25:19:1.7)
6069 नतीजा करना (गो॰ 6:31.11)
6070 नदारथ (गो॰ 1:9.20)
6071 नदी-नाहर (कबड्डी-चिक्का-लाठी, डोलपत्ता, आउर कत्ती खेले में, पेड़-बगान चढ़े में, गाँव में नदी-नाहर से गबड़ा में मछली मारे में आउर अप्पन जोड़ापारी के संघतिअन में तेज तरार हल अलगंठवा ।) (अल॰1:1.24; 13:38.17)
6072 नधाना (अमा॰14:10:1.7)
6073 नधाना, नधा जाना (अमा॰173:1:2.20)
6074 ननदी (ननदोसिया के देबई चढ़े के घोड़वा, ननदी के गदहा टिपोर) (अमा॰1:12:1.15, 20, 21, 17:2.11; 25:22:2.29)
6075 ननदोसी (ननदोसिया के देबई चढ़े के घोड़वा, ननदी के गदहा टिपोर) (अमा॰1:12:1.14)
6076 ननिहार-ददिहार (ननिहारे-ददिहारे) (मसक॰ 159:7)
6077 नन्हका (~ आउ नन्हकी) (अमा॰6:17:1.4)
6078 नन्हका-नन्हकी (मसक॰ 90:3)
6079 नन्हकी (देखऽ तो, ई तोरे ~ के किताब न हवऽ ?) (नसध॰ 42:185.20)
6080 नन्हकी (नन्हका आउ ~; जाके देखली कि ऊ परसौती औरत जिनका रातहीं ~ होयल हल, अप्पन बिछौना पर बैठल, ठेहुना पर मूड़ी झुकैले रो रहलथिन हल) (अमा॰6:17:1.4; 24:16:2.4, 8, 17:1.2)
6081 नन्हे डंड सेआने विदिआ (रम॰ 5:45.25)
6082 नन्हें (अमा॰172:5:1.14)
6083 नफरत (अमा॰17:1:1.8)
6084 नफरत (दुनिया में पइसा से नफरत करे के नाटक करेवला दू तरह के आदमी होवऽ हे । एक ऊ जे धन-दौलत से भरल हे आउ दोसर ऊ जेकरा कहिनो पइसा देखे के मौका न मिलल) (अमा॰28:6:2.19)
6085 नफा (नफे-नफा) (नसध॰ 26:117.19)
6086 नबज (= नब्ज) (नसध॰ 28:123.12)
6087 नयँ (मसक॰ 170:1, 3, 15, 16; 171:18; 172:18, 22)
6088 नयँ (अप्पन जिनगी में आल ई तूफान हुनखा से सम्हारले ~ बन रहल हल; रस्ता में गाछ-बिरिछ ~ हल, खाली खजूर के पेड़ हल) (अमा॰29:11:1.18, 26; 173:15:1.5)
6089 नयका (अमा॰1:6:1.27; 16:15:1.20; 173:6:2.13; 174:12:1.2)
6090 नयका (अलगंठवा झोला में नयका धान के अरबा चूड़ा आउर नयका गुड़ कंधा में टांग के सबसे अगाड़िए जाय ला तइयार हो गेल हल ।) (अल॰6:14.22)
6091 नयका (हमरा नयको अच्छा लगऽ हे आउ पुरनको) (नसध॰ 11:48.23)
6092 नयकी (नयकी तेसरकी मौगी) (अमा॰6:15:1.7)
6093 नरक (~ के निकाल फेंके के चाहीं नऽ तऽ सउँसे गाँव के ~ बना देत) (नसध॰ 14:61.7, 8)
6094 नरघट्टा ('बाकि अब बिगड़ल बात सम्हर न सकऽ हे !' पशुपति बोललक -'अब पानी माथा से ऊपर गुजर गेल हे आउ एकाध रोज के कचकुच होवे त सम्हारल जा सकऽ हे । रोज के नरघट्टा से भला हे कि चूल्हा अलगे जले ।..') (मकस॰ 16:25)
6095 नरचा (बअछो॰ 4:20.4)
6096 नरमाना (= नरम होना) (नसध॰ 43:192.1; 45:200.12, 201.15; 46:203.16)
6097 नरस (गो॰ 4:22.5)
6098 नरस, नर्स (टरेनी करके नर्स अभी पहिले-पहिल नानी टोला के स्वास्थ्य-केन्द्र पर ~ कैलक हल; तू जानऽ हें कि नऽ बुधु, नरसवा कुआरे हउ आउ अकेले जीरवा के फूटल घर में रहऽ हउ) (नसध॰ 28:124.19, 125.11)
6099 नरहन्नी (लोग नरहन्नी-कथा बाँच रहलन हे, हम तो ढाँग-कथा लिख रहल ही) (अमा॰14:1:1.14)
6100 नरिअर (ओही पइसा से तम्बाकू किन के गाँव के बूढ़वा-बूढ़ियन के बोरसी से इया चुल्हा के लहकल लकड़ी के इंगोरा इया टिकिआ धरा के चिलिम में तम्बाकू बोज के नरिअर पर चढ़ाके पीलावे में तेज अलगंठवा ।) (अल॰1:2.13; 3:8.18, 20)
6101 नरियर (मसक॰ 20:7)
6102 नरेटा (= नरेटी) (~ के खखार नियन ~ में अटकल ही, न एन्ने जाइत ही न ओन्ने) (अमा॰12:10:1.7)
6103 नरेटा (कुछ जवान ~ चीर के बोललन) (नसध॰ 15:68.9)
6104 नरेटी (अमा॰166:10:2.16; 173:18:2.3)
6105 नरेटी (~ के घर्र-घर्र) (नसध॰ 2:7.28; 23:96.23)
6106 नरेटी (लगऽ हे इ हेडमास्टर के नरेटी दवा के जलवार नदी में परवह कर देऊँ ।) (अल॰33:105.14)
6107 नश्ता-वश्ता (मसक॰ 64:11)
6108 नसकट (नसकट खटिया बतकट जोय, ताकर खरियत कभी न होय) (अमा॰25:17:2:24)
6109 नसबंदी (तोरा पहिलहीं ~ करा लेवे के चाहतियो हल, खाली ढेना-ढेनी जलमौला से की होयत ?) (अमा॰173:16:1.26)
6110 नस्ता (= नाश्ता) (नसध॰ 11:47.5; 29:129.29)
6111 नस्ता-खाना (अमा॰13:8:1.4)
6112 नहकार (पइसा ला नहकार सुन के सर्वा भाई के आँख तर अंधेरा छा गेल) (अमा॰163:11:1.14)
6113 नहकारना, नहकार जाना (अमा॰173:13:2.31)
6114 नहर (नसध॰ 30:130.15)
6115 नहिंये (बअछो॰ आमुख:5.10; 4:22.20; 9:42.17, 26)
6116 नहिंयों (= नहीं भी) (चुभसे॰ 2:7.11)
6117 नहिरा (गो॰ 1:9.29)
6118 नाँगट (= नंगा) (तोहरे अँखिया के सामने द्रौपदी के नाँगट कर देलै भरल सभा में आर तों मुरी गोंत के चुपचाप बैठल टुकुर-टुकुर देखैत हला) (अमा॰21:11:1.20)
6119 नाँच (~ गाना) (नसध॰ 36:152.28)
6120 नाँचना (= नाचना) (नसध॰ 3:10.12)
6121 नाँव (कपार मुड़ा के चूना के टीका कर के गदहा पऽ चढ़ा के नऽ बिदा कर देलिअई तऽ हमर ~ नारद नऽ, बिलार, कुत्ता इया सियार) (नसध॰ 14:62.14; 33:143.8)
6122 नाउन (~ नोहवा हम्मर टुंगतइ, अलता से गोड़वा भर देतइ, दाई घर से सउरी लिपतइ) (अमा॰167:14:1.8)
6123 नाऊ (= नौआ, हजाम) (~ के चातुरी, बढ़ई के कारीगरी) (अमा॰12:7:2.28)
6124 नाक (~ भौं सिकोड़ना) (नसध॰ 38:163.22)
6125 नाक ऊँचा करना (बअछो॰ 16:70.18)
6126 नाक दररना (फूब॰ 7:25.28)
6127 नाक बजाना (कब॰ 39:2)
6128 नाक होना (बअछो॰ 6:30.2)
6129 नाक-भोभुन (~ टूट जाना) (अमा॰173:12:2.14)
6130 नाकर-नोकर (= नाकर-नुकुर) (अलगंठवा के बात सुन के सुमितरी नाकर-नोकर करइत कहलक हल -"तोहरा नेतागिरी से फुरसत मिलतो तऽ न, तूँ खाली दिन-रात इटिंग-मिटिंग में ही रमल रहऽ ह ।") (अल॰22:70.10, 24; 26:81.5)
6131 नाकामयाब (नसध॰ 36:153.21)
6132 नाकुर-नुकुर (~ करना) (अमा॰173:19:2.18)
6133 नाकुर-नुकुर करना (बअछो॰ 10:48.8)
6134 नाखोस (= नाखुश) (फूब॰ 7:25.31)
6135 नागपुरी (अमा॰163:5:2.12)
6136 नागा (= चल रहे काम या प्रक्रिया का बीच में बन्द पड़ जाना) (चाय पीके ऊ अप्पन 'मलाल' कविता के एक टुकड़ा सुनौलन - 'सुरता के पनसोखा बिना नागा के उगऽ हे, बाकि उपेल न कर, उल्टे झपास लगावऽ हे । ..') (अमा॰28:16:2.9)
6137 नाठा (~ गाय) (अमा॰13:5:1.2)
6138 नाता-पुरजा (गो॰ 3:17.5)
6139 नाता-पेहानी (गाँव में एक दूसर से लड़वा के पटिसन करवा देलक । हेडमास्टरवे हमनी के जेल के रस्ता देखला देलक । नाता-पेहानी सगर से मुड़ी गिरवा देलक । हमनी के कहीं के रहे न देलक इ बुरचान्हर-लफन्दर हेडमास्टर ।) (अल॰33:105.1; 40:124.4)
6140 नातिन-तिन्ना, धा-धा धिन्ना (नसध॰ 26:117.6-7)
6141 नाती-नतकुर (रम॰ 13:95.6)
6142 नाती-नतनी (अमा॰13:9:2.14)
6143 नाती-पोता (नेताजी के स्वर्ग मिलल हे, खुश हे उनकर नाती पोता) (अमा॰26:12:2.6)
6144 नाद (= नाँद) (किसान सबके दूरा-दलान पर नाद में बइल सानी खाके ताकते रहऽ हल । आउर किसान सब हाथ पर हाथ रख के घुकड़ी-मुकड़ी लगा के मन मनझान कर के आपस में गपसप करइत देखाय दे रहलन हल ।) (अल॰15.44.10)
6145 नाद (= नाँद) (सब के बैल ~ पर सान्ही चभका रहलन हल) (नसध॰ 37:159.11)
6146 नादी (= नाँद) (कनेसर का सोमरा पर बिगड़ उठला आउ कन्त का के भइंस के नादी से सानी उठा-उठाके अप्पन भइंस के नादी में देवो लगलन) (अमा॰16:13:1.21)
6147 नाध (नसध॰ 26:113.8)
6148 नाधा (~ में जोतना) (तूँ तो धूर फाँकइते ह, बाकि बुतरुआ के काहे ला अप्पन नाधा में जोत रहलऽ हे ?) (अमा॰165:14:1.20)
6149 नाना (रम॰ 10:75.2; 13:102.15)
6150 नानी (नसध॰ 1:1.1)
6151 नानी-उनी (नसध॰ 25:103.29)
6152 नान्ह (गो॰ 1:1.27; 4:21.6; नसध॰ 1:2.29; 3:10.4; 46:203.12)
6153 नापाक (~ इरादा) (अमा॰15:13:1.27)
6154 नाम (~ न लेना; के ~ पर) (पानी छूटे के ~ न लेइत हल) (नसध॰ 6:27.22; 28:125.23)
6155 नाम-गाम (~ पूछना) (अमा॰16:13:1.14)
6156 नाम-जस-गुन (दुरगा-सरसती-लछमी आदि इतिआदी देवी खाली मट्टी के देउता न हथ । बल्कि उ लोग तोहरे जइसन हलन जिनखर नाम-जस-गुन के चरचा आज्झ भी घर-घर में हे । सगर उ लोग के पूजा पाघुर होवऽ हे ।) (अल॰6:19.9-10)
6157 नामवरी (अआवि॰ 30:19)
6158 नामी-गरामी (अआवि॰ 34:22)
6159 नामी-गिरामी (कब॰ 40:1)
6160 नामी-गिरामी (~ विद्वान, ~ डॉक्टर, ~ खलीफा) (29 अक्टूबर के हर साल अप्पन बाबूजी के इयाद में देव, औरंगाबाद में देश भर के नामी-गिरामी कवियन के जमावड़ा में भी कवि सम्मेलन के शुरुआत हम्मर मगही गीत से होवऽ हल) (अमा॰8:5:1.15-16; 30:6:1.19; 165:20:1.33; 166:15:2.9; 173:3:1.30, 5:1.3)
6161 नामी-गेरामी (मसक॰ 21:2, 15)
6162 नाया (गो॰ 1:3.28)
6163 नाया नोहर (गो॰ 3:19.20)
6164 नारद (नरदवा पर नजर) (नसध॰ 4:14.4)
6165 नारदगिरी (नसध॰ 14:63.22)
6166 नारन-जोती (हर, पालो, चउकी, ~ , भूसा आदि लागी अलगे खपड़पोस बनल हल) (अमा॰168:8:1.30)
6167 नारा (गो॰ 8:36.15; नसध॰ 36:153.5, 154.33)
6168 नारी (~ के अंक मे) (नसध॰ 37:160.27)
6169 नाली-पनाली (अआवि॰ 64:18)
6170 नाव (= नाम) (नसध॰ 46:204.11)
6171 नावा-नोहर (रम॰ 18:133.3)
6172 नास (= नाश) (नसध॰ 37:161.4)
6173 नासपीटी (जो गे नासपीटी, मुँहझौंसी ! न लूर के, न काम के, ससुरार जयबे तो लात जूता खयते दिन जतऊ) (मकस॰ 49:21)
6174 नासुकरा (फूब॰ 6:21.11)
6175 नाहर (= नहर) (नसध॰ 6:27.29)
6176 निअर (लाल टुह टुह सुरज, लगे कुम्हार के आवा से पक के घइला निअर देखाई देलक, लगे जइसे कोय पनिहारिन माथा पर अमनिया घइला लेके पनघट पर सले-सले जा रहल हे ।) (अल॰3:6.4)
6177 निकचाना (अमा॰3:17:1.3)
6178 निकम्मा (नसध॰ 27:120.10)
6179 निकलल (अन्हारे के ~ बिना पहर रात के न लौटथिन) (नसध॰ 16:69.22)
6180 निकसना (मसक॰ 72:24; 83:2)
6181 निकसना (= निकलना) (अमा॰2:8:1.7; 5:12:2.16; 166:7:2.6, 8:2.12, 9:1.8)
6182 निकासना (गो॰ 1:10.9; मसक॰ 98:4)
6183 निकासना (= निष्कासित करना, निकालना) (दरोगी जी अउचक्के पानी में से निकासल मछली नियन तड़फड़ाय लगलन ।) (अमा॰29:12:2.28)
6184 निके-सुखे (अलगंठवा ढाढ़स बंधावइत कहलक हल - घबड़ाय के कोय बात न हे, हमनी निके-सुखे पार उतर जायब ।) (अल॰31:96.29, 97.1)
6185 निकोखी (कब॰ 1:4)
6186 निकौनी (अमा॰173:22:2.33)
6187 निगलना (नसध॰ 25:109.8)
6188 निगलाना, निगला देना (नसध॰ 29:126.25)
6189 निचतई (मसक॰ 154:13)
6190 निचिंत (अमा॰24:16:2.9; 171:8:2.22; चुभसे॰ 3:9.17; गो॰ 4:20.29)
6191 निचिंत (= निश्चिंत) (अलगंठवा बड़ी जल्दी में ई बात कह के सुमितरी से अलग हो गेल हल कि उ बाहर जा रहल हे । फिन कभी निचिंत से बात करे ला कहलक हल ।) (अल॰18:53.21; 20:64.28; 23:73.3)
6192 निचित (चुभसे॰ 1:4.27; रम॰ 13:98.21; 17:132.6)
6193 निछके (रम॰ 4:39.11)
6194 निछक्का (अदमी में भी जे मिश्रित सन्तान होवऽ हथ, ऊ ~ अदमी से जादे तेज-तर्रार होवऽ हथ; मिलावट आज हर जगह हो रहल हे, ~, एकबग्गा आज कुच्छो न हे; ~ दूध) (अमा॰10:7:2.27, 8:1.27; 21:7:1.21)
6195 निछड़ना (नसध॰ 9:40.3)
6196 निछड़वाना (रम॰ 8:68.21)
6197 निछड़वाना (बच्चा ~) (अलगंठवा के तरफ मुंह फेरइत सुमितरी कहलक हल -"अरे बाप, मत पूछऽ, कल ही न बुलाकी बहु वचा निछड़वइलके हे । संउसे लूगा-फटा खून से बोथ हो गेलइ हल । हँड़िया के हँड़िया खून गिरलइ हल । संउसे टोला हउड़ा कर देलकइ कि कच्चा उहरा हो गेलइ हे । मुदा सच बात छिपऽ हे ?") (अल॰13.40.20)
6198 निछुक्का (नसध॰ 3:9.13; 14:60.6)
6199 निठुर (नसध॰ 49:212.9)
6200 नितराना (जादे धन होला पर नितराय के न चाही) (अमा॰173:14:2.13)
6201 निदान (नसध॰ 38:162.15)
6202 निनटाना (= निपटाना) (एक बार सरकारी काम-काज जल्दी से निनटावे ला जनसेवक लोग के मिटिंग हो रहल हल) (अमा॰19:12:1.22)
6203 निनार (= लिलार, ललाट) (सोहराय गांजा के विआ चुनइत कहलक -"मंगनी के चनन रगड़बऽ लाला, त लाबऽ न, भर निनार । ओही बात हे इनखर । अइसन हदिआयल जइसन दम मारऽ हका कि एक दम में सब गांजा भसम हो जा हे ।"; "हलऽ लऽ, पांड़े धमक गेलो, विना जेमले उ बाज न अइतो ।" जमुना राम केला के पत्तल विछावइत कहलक हल -"अनकर चुका, अनकर घी, पांड़े के बाप के लगल की  ।" रजेसर भी बोल पड़ल - "मंगनी के चनन लगइवऽ लला, तऽ हाँ, भर निनार ।") (अल॰8:25.8; 43:141.7, 19)
6204 निनुआना (निनुअयले बोललक) (मसक॰ 101:4)
6205 निनुआना (निनुअयले में) (नसध॰ 21:83.15)
6206 निन्दायल (= निनारू) (तो जरूर निन्दायल में तोरा सबके बतयले होयम) (अमा॰23:13:2.29)
6207 निपना (= लीपना) (इस्कूल पहुँचते ही सनिचरा गुरु जी के दे देलक हल आउ सब लड़कन के साथ गोबर-मिट्टी से इस्कूल निपे में लग गेल हल । काहे कि हर सनिचर के दिन इस्कूल निपा हल ।) (अल॰4:9.14)
6208 निपाना (इस्कूल पहुँचते ही सनिचरा गुरु जी के दे देलक हल आउ सब लड़कन के साथ गोबर-मिट्टी से इस्कूल निपे में लग गेल हल । काहे कि हर सनिचर के दिन इस्कूल निपा हल । इस्कूल निपा ही रहल हल कि साइकिल पर इस्कूल इंस्पेक्टर इस्कूल में जुम गेल हल ।) (अल॰4:9.15)
6209 निपुत्तर (मसक॰ 103:3)
6210 निपूती (नसध॰ 5:22.2)
6211 निपूत्तर (नसध॰ 5:22.9)
6212 निफिकिर (चुभसे॰ 1:5.13; मसक॰ 88:26; नसध॰ 17:72.15; 33:143.4; 47:206.21)
6213 निफिकिर (चुपचाप खा आउ ~ होके पड़ल रहऽ) (अमा॰2:6:1.6)
6214 निफिक्किर (मसक॰ 147:4)
6215 निबदरा (सउँसे अकास भेल अइसन निबदरा, कइसे के जंगल में मोर करे नाच हे) (अमा॰1:17:1.2)
6216 निबरा (= निमरा, निर्बल) (अबरा-निबरा  के मउगी हे भउजी, भइंस ओकरे जेकर हाथ लाठी । नगरी अन्हेर चउपट हे राजा, मोल एक्के हे हाथी कि पाठी ।) (अमा॰14:1:1.9)
6217 निबहना (नसध॰ 23:93.31; 43:188.25)
6218 निबाल करना (चुभसे॰ 1:2.10)
6219 निबाह (मसक॰ 97:1)
6220 निबाह देना (गो॰ 5:23.23)
6221 निबाहना (अआवि॰ 47:24)
6222 निब्बर (गो॰ 2:12.13)
6223 निमक (नसध॰ 3:9.5)
6224 निमक पढ़ाना (कब॰ 32:2)
6225 निमकी (फिन तुरते अहिलिया तस्तरी में निमकी आउर कप में चाय ले आयल हल ।) (अल॰44:151.24)
6226 निमकी (बसिया दीदी बजार से आयल हे, सब लइकन घेर लेलन, सबके कुछ न कुछ निमकी चाहे लकठो मिल रहल हे) (अमा॰22:17:1.6)
6227 निमन (बअछो॰ आमुख:5.28; 3:19.6; 4:20.2; रम॰ 13:99.22)
6228 निमन (= नीमन) (अमा॰17:18:1.29)
6229 निमन (ए जी, तहिना तूँ जे बड़ावर के साधु बाबा के बारे में जे कह रहलु हल, उ तऽ बीचे में ही छूट गेलो हल । रामदहिन पाड़े के तहिना सँढ़वा पटक देलकइ हल । हल्ला-गुदाल सुन के ओकरे तरफ चल गेली हल । जरा निमन से समझाबऽ ।) (अल॰9:27.12; 15:45.23)
6230 निमन (निमने बतिआना) (नसध॰ 5:16.24)
6231 निमन, निम्मन (मसक॰ 17:6; 35:1; 135:16)
6232 निमन-चुमन (मसक॰ 153:18)
6233 निमन-निमन (मसक॰ 3:3; 10:5)
6234 निम्मन (= नीमन) (अमा॰26:10:1.7)
6235 निम्मर (मसक॰ 135:11, 12)
6236 नियंत्रण (~ में लाना) (नसध॰ 36:153.16)
6237 नियन (अमा॰3:12:2.15; अआवि॰ 16:9; मसक॰ 21:15; नसध॰ 1:1.20)
6238 नियन (=  निअन, नियर) (अँगना में छिटकइत चेलवा मछली चानी नियन चमचम चमक रहल हल ।) (अल॰5:14.3)
6239 नियन, नियर (नियन - रम॰ 3:29.21)
6240 नियन, नीयन, नियर, नीयर (गो॰ 1:1.7, 8, 16, 2.1, 18, 3.9, 14)
6241 नियम (नियम-कैदा) (नसध॰ 37:157.10)
6242 नियर (अमा॰2:8:1.14; बअछो॰ 5:24.5; 15:66.4; मसक॰ 14:27)
6243 निरंग (~ पानी नियन हरहर पखाना हो रहलई हल) (नसध॰ 34:148.9)
6244 निरनय (= निर्णय) (अमा॰20:17:1.14; नसध॰ 28:122.28; 37:160.29)
6245 निरबंस (- निर्वंश) (अमा॰16:9:1.2)
6246 निरबल (नसध॰ 9:36.14)
6247 निरभर (= निर्भर) (अमा॰24:14:2.27, 30)
6248 निरविवाद (= निर्विवाद) (अमा॰30:8:1.5)
6249 निरा (= निठाह, निछक्का) (नसध॰ 40:174.12)
6250 निरैठा (= जुट्ठा नयँ कइल, निरुच्छिष्ट, पवित्र) (सुनऽ ही कातो छउँड़ा पढ़े में बड़ तेज हइ, फिन ओकरा इतनो गियान न हइ कि परसादी निरैठा लावल जा हे । ठीके कहल गेल हे कि नेम न धरम, पहिले चमरवे पाखा ।) (अल॰4:12.5)
6251 निरोता (~ करके बाँधना) (अइसने एक शाम के ओढ़नी ओढ़ावल गाय लैलक आउ झाड़ में ~ करके बाँध देलक) (अमा॰21:7:2.13)
6252 निलज्ज (= निर्लज्ज) (तइयो हम एतना ~ ही कि हम्मर पाँव कबर के तरफ बढ़बो न कैलक हे) (अमा॰21:18:2.4)
6253 निवाह (= विवाह) (एसो के लगनिया में जोड़े के हइ गेठिया, चहर-जुआन लेखा घर बइठल बेटिया, एसो होतइ न निवाह तऽ का कहतइ जमनमा ।) (अल॰19:63.16)
6254 निवाहना (= विवाह करना) ("तोहर सुमितरी भी तऽ सेआन हो गेलथुन होयत" - अलगंठवा के माय पूछलक हल । "हाँ भउजी, लड़की के बाढ़ भी खिंचऽ हे न, उ तऽ मिडिल पास करके घर के काम-काज भी करे लगलो हे । अगिला साल तक हीं निवाहे के विचार हई ।" - सुमितरी के माय बोललक हल । "हाँ भाय, दिन-दुनिया खराब वित रहल हे, सेआन लइकी के निवाह देवे में ही फाइदा हे ।") (अल॰6:17.1, 3)
6255 निशा (= निसा, नशा) (तब कउन चीज के निशा अपने के लग जाहे कि इसकुलिवा में आविते नीन्द में सुत जाही ?) (अमा॰23:14:1.14; 28:14:2.24)
6256 निश्चित (नसध॰ 35:151.10)
6257 निष्कर्ष (~ पर पहुँचना) (नसध॰ 35:151.8)
6258 निसखोर (मसक॰ 36:23)
6259 निसखोर (= नशाखोर) (हम्मर बाप-माई के आँख फूटल हलई, ओही से हमरा निसखोर के बाँध देलक) (अमा॰21:14:1.24)
6260 निसपिटर (अमा॰5:19:1.20)
6261 निसपिटर, निसपीटर, निस्पीटर (फूब॰ 2:7.27; 3:11.5; 8:27.26)
6262 निसपीट्टर (दरोगा-निसपीट्टर, सीओ-बीडियो तो ओकरा सलामे ठोकऽ हथिन) (अमा॰6:15:2.20)
6263 निसबद (= निःशब्द) (नाना-नानी के खिला-पिला के तेल-कुड़ कर के आउ टोला-टाटी निसबद हो जइतो तऽ अइवो ।) (अल॰34:110.16)
6264 निसबद (पहरे भर रात जाइत गाँव ~ हो गेल) (नसध॰ 35:150.1; 40:177.3)
6265 निसवद (= निःशब्द) (निसवद रतिया में टरऽ टरऽ करऽ हइ ददुरवा । रहि-रहि मारऽ हइ लथार, हहार करइ पूरबा ।) (अल॰19:63.2; 42:132.7)
6266 निसहारी (गो॰ 1:6.15)
6267 निसा (कब॰ 32:11)
6268 निसा (= नशा) (गो॰ 2:12.12; 8:36.28, 37.2; मसक॰ 5:8; 32:12, 15; 35:8, 9; 36:19; 148:13)
6269 निसा (दारू के ~ में सराबोर; ~ चढ़ना) (अमा॰4:11:2.15; 13:19:2.9; 173:17:2.29, 22:2.29)
6270 निसाना (~ बोझ के फेकना) (नसध॰ 31:136.10)
6271 निसु (गिरहथ हार-दाव देख के परहे नियन ~ हो गेलन) (नसध॰ 9:36.25; 14:62.23; 24:97.8)
6272 निसुनऽ (?) (नसध॰ 5:16.29)
6273 निसेनी (नसध॰ 39:165.1)
6274 निस्पीट्टर (बअछो॰ 1:11.15, 17)
6275 निस्सा (गो॰ 10:46.1)
6276 निहचय (= निश्चय) (अमा॰13:11:1.17; मकस॰ 8.11; 9:6; नसध॰ 20:81.21)
6277 निहचल (= निश्चल) (ई निसबद रात में ईंजोरा पसरल छत पर दूगो ~ परानी अपन गाँव के दसा पर सोंच रहलन हल बाकि कोई बोल न रहल हे) (नसध॰ 35:150.2)
6278 निहचिन्त (अमा॰174:14:2.21; मसक॰ 133:18)
6279 निहछल (~ परेम) (नसध॰ 45:196.25)
6280 निहछल (= निश्छल) (~ बहइत गंगा) (अमा॰19:17:2.4; 25:23:2.22)
6281 निहछलता (नसध॰ 45:197.8)
6282 निहुकना (रम॰ 8:62.7)
6283 निहुरना, निहुर जाना (मिसिराइन देवाल धरके निहुर गेलन) (नसध॰ 16:70.6)
6284 निहुरल (सोचते-सोचते खदेरन बहु घरे दने ~ चलल जाइत हल) (नसध॰ 21:85.30)
6285 निहोरा (अमा॰12:4:2.28; 163:6:2.23, 9:1.18; 171:13:2.2; मकस॰ 40:9)
6286 निहोरा (अलगंठवा निहोरा करइत आउर जिद करइत कहलक हल -"माय हम भी तोरा साथ गंगा-असनान करे ला फतुहा चलवो ।") (अल॰6:14.12)
6287 निहोरा (नानी के दू ~ कहे ला निहोरा कैल गेल) (नसध॰ 15:67.14; 33:143.14; 47:205.28, 32)
6288 नीत (= नीति) (नसध॰ 15:65.25; 30:134.2)
6289 नीन (गो॰ 1:1.11; मकस॰ 57:3; नसध॰ 2:7.7)
6290 नीन (~ टूटना, ~ मारना, ~ लेना, ~ मड़राना) (सपना में रोज चितकबरी पाठी के देखऽ हल आउर नीन टूटला पर फफक फफक के रोवऽ हल ।; हम एक नीन मार लेलियो । ) (अल॰1:3.5; 9:28.20; 16:51.22; 36:115.7, 8)
6291 नीन (~हराम करना) (अमा॰2:14:2.10; 13:9:1.28; 18:1:1.5)
6292 नीन-उन (नसध॰ 11:47.30)
6293 नी-नी (तूँ डरपोक हऽ, हम तऽ तोहरा रनचंडी के तरह देखे ला चाहऽ हलियो । तूँ ओकरा इस्कूले में ओकर मुँह पर चार चप्पल जमा के काहे न हमरा भीर अइलऽ ? नी-नी करे से कोय काम थोड़े ही होबऽ हे ।) (अल॰20:65.17)
6294 नीपना (गोबरा से नीपलूँ अँगनवा) (अमा॰1:13:2.3)
6295 नीबर (गो॰ 8:36.24)
6296 नीमक (गो॰ 1:4.2; मसक॰ 101:14)
6297 नीमक (जरल पर ~ जइसन परपराना) (अमा॰173:12:2.20)
6298 नीमक-मिचाई (अमा॰3:12:2.12)
6299 नीमन (अमा॰2:14:2.9; 14:7:2.15; 173:7:1.19, 22:1.25; अआवि॰ 60:7; बअछो॰ 5:24.1; 8:37.15; गो॰ 1:1.27, 2.3, 3.1; 3:18.19; 6:27.28; मकस॰ 5.7)
6300 नीमन-नीमन (गो॰ 8:36.17)
6301 नीमर (= निर्बल) (अमा॰14:18:1.9)
6302 नीम-हकीम (नसध॰ 39:165.28)
6303 नीयत (नीयत केकर की हे मन में, चेहरा देख के पहचानएत ही) (अमा॰14:6:1.1)
6304 नीयर (कब॰ 14:2)
6305 नीलकंठ (नसध॰ 30:131.10)
6306 नीसा (= नशा) (फूब॰ 7:25.25)
6307 नुकना (= छिपना) (पिछवती में नुकल) (अमा॰6:15:1.9)
6308 नुकना (नुकि गेल, नुकल) (मसक॰ 79:19; 125:3)
6309 नुकल (फूब॰ मुखबंध:1.23)
6310 नुक्कड़ (~ वला चाय के दोकान में) (अमा॰16:16:1.9)
6311 नून (गो॰ 3:18.13, 19.6, 19; 7:36.1; कब॰ 1:2)
6312 नून (= नमक) (जमुना राम आलूदम तनी तीता लहलक हल ऽ रजेसर नमक कम होवे के बात कहलक, तऽ मुनेसर मांझी नून टनगर कहलक हल । मुदा अलगंठवा पालथी मार के गुमसुम होके बड़ी चउगर से खा रहल हल आउर सबके बात के भी सवाद ले रहल हल ।) (अल॰43:141.16)
6313 नून (नुनमा चलावऽ ही) (अमा॰7:6:2.26)
6314 नून (नून-तेल; नून-रोटी; नून-तेल-धनिया) (नसध॰ 3:9.17; 17:72.14; 30:130.17; 41:184.1)
6315 नून चटाके छोड देना (कब॰ 32:9)
6316 नून, कानून आउर पतलून नियर सस्ता (गो॰ 4:22.16-17)
6317 नून-रोटी (अमा॰166:9:1.34; 172:13:1.4)
6318 ने  (= न, नहीं) (फूब॰ 1:5.32, 6.14, 16; 2:7.13; 3:10.32; 4:16.27; 5:19.6)
6319 नेआ (= नया) (फूब॰ 5:19.15)
6320 नेआर (रम॰ 7:61.22; रम॰ 16:121.18)
6321 नेउता (= न्योता) (सुमितरी के विआह में नेता देबऽ तऽ जरुरे अइवो अलगंठवा के लेके ।) (अल॰6:20.16)
6322 नेउर (ई साँपिन जइसन फउँकऽ हथ, फिन तुरते नेउर बन जा हथ) (अमा॰15:20:1.11)
6323 नेकलाइट (= नक्सलाइट) (नसध॰ 28:125.23, 25)
6324 नेकी (~ आउ पूछ-पूछ) (नसध॰ 17:72.28; 38:161.16)
6325 नेग-जोग (अमा॰167:9:2.1)
6326 नेटल (= लेटल; कीचड़, धूल आदि में सना हुआ) (एक ला सुन्दर महल अटारी, बेड-रूम औ बाथ-रूम हे। एक के सुतल मुँह पर सुअर झाड़इत अपन नेटल दुम हे ॥) (अमा॰26:7:2.12)
6327 नेटहा (मसक॰ 71:6)
6328 नेटा (बेटा दहेज लावत, एही से बेटा हे । फयदा बिना ओहू नाक के नेटा हे ।।) (अमा॰14:18:2.16; 18:10:2.24)
6329 नेटुआ (= लट्टू) (अलगंठवा सुमितरी के गोद में लेके घर से अंगना तक नेटुआ के नाच जइसन नाचे लगल हल ।) (अल॰42:137.1)
6330 नेत (~ बघारना) (नसध॰ 2:8.17; 41:181.3)
6331 नेतागिरी (नसध॰ 40:173.29, 177.28)
6332 नेतागिरी (= नेतृत्व) (पुनपुन हाई स्कूल के एगो टोली रामगोविन्द सिंह के नेतागिरी में पटना टीसन पर उतरल आउ सचिवालय जाए वला जुलूस में मिल गेल; नौ अगस्त के मोकामा में जगलाल चौधरी के नेतागिरी में एगो सभा आयोजित होल) (अमा॰26:6:1.3, 19)
6333 नेतागिरी के तिलंगी असमान में खिलाना (गो॰ 9:40.9-10)
6334 नेनुआ (~ के तीना) (नसध॰ 45:197.23)
6335 नेम (~ बनाना) (नसध॰ 28:124.24)
6336 नेम (नेम-धरम) (अआवि॰ 71:20)
6337 नेम-टेम (इ तऽ अउरत-मरद इयानी पति-पतनी के भेद-भाव होबऽ हे, जेकरा हम न मानऽ ही । एही नेम-टेम भेद-भाव के बजह से अउरत जीमन भर भूखल रहऽ हे ।) (अल॰42:133.6; 43:142.28)
6338 नेमान (गो॰ 1:7.17)
6339 नेमानी (होतइ नयका चूड़ा के नेमानी, सुख से रहबइ सभे परानी) (अमा॰174:12:1.2)
6340 नेमु (अलगंठवा के चचा जी आम-नेमु-कटहर के अचार बोजे के आउ रंग-विरंग चिड़िया इयानी मेना-तोता, हारिल-कबूतर आउ किसिम-किसिम के पंछी पाले के बड़ सौखिन हलन ।) (अल॰12.37.6)
6341 नेयाय (= न्याय) (अमा॰17:6:1.10)
6342 नेव (= नींव) (देख बुधिया ! सच बात तो ई हे कि जहिया से तूँ हम्मर घर में अयले हें, तहिये से ई खनदान में बेवस्था के नेव पड़ल हे ।) (अमा॰27:8:2.13)
6343 नेव (हमर एगो चहना हे कि ढेर दिना से अस्पताल के ~ देल हे ...) (नसध॰ 27:121.7)
6344 नेवतइ (बरमा जी ~  प्रघट कैलन) (नसध॰ 7:29.28)
6345 नेवतई (भीड़ के सब लोग के परनाम करके बड़ी ~ से मिललन) (अमा॰16:17:1.9; 25:9:1.8)
6346 नेवतई, नेवतइ (बरमा जी ~  प्रघट कैलन; ऊ मेहता दने आँख फार के देखलक आउ बड़ी ~ से जूता लेके पेन्ह लेलक) (नसध॰ 6:24.10; 7:29.28; 20:82.9; 28:123.17; 41:182.25)
6347 नेवतना (ब्राह्मण के नेवतलियो हे) (नसध॰ 9:38.7)
6348 नेवतल (मटकोर के विधि में घर आउ बाहर के नेवतल औरत गीत गा-गा के गाँव से बाहर खेत में मट्टी कोड़े जा हथ) (अमा॰1:12:1.26)
6349 नेवता (झुकता आउ ~) (अआवि॰ 32:11, 14)
6350 नेवता-पेहानी (कब॰ 38:1)
6351 नेवाड़ी (= नेवारी) (~ के आसन) (अमा॰9:9:2.2)
6352 नेवाना (बरमा जी माथा नेववले चलल जाइत हलन) (नसध॰ 47:206.10)
6353 नेवारी (मसक॰ 76:14; रम॰ 4:38.2, 43.4; 12:87.15)
6354 नेवारी (अलगंठवा येगो नेवारी के आँटी के जौरी बाँट के कुत्ता के गोड़ में बाँध के खिचते-खिचते गाँव के बाहर पैन पर ले जा के रखलक, आउर घर से कुदाल ले जा के भर कमर जमीन खोद के ओकरे में कुत्ता के गाड़ देलक ।) (अल॰2:5.22; 5:12.21; 9:29.20)
6355 नेवारी (सुक्खल ~) (अमा॰3:12:1.6; 168:8:2.1)
6356 नेसना (= जलाना) (गोड़-गोड़ में ठोकवइतो उ लोहा के काँटी ।  डेग-डेग पर लगवइतो हमनि सब के वाँटी ॥ इ गुने चेतऽ, अब खेदऽ, करऽ न कोई बहाना । एही में तऽ गुजर गेलो केतना जमाना ॥ डूब गेलो वेर, नेस द अब वाती । बड़ी दिन बाद लिखऽ हियो पाती ॥) (अल॰44:155.26)
6357 नेहाना (अआवि॰ 106:4)
6358 नेहाना (= नहाना) (पीपर-पाँकड़ वैर आउर गूलर के पोकहा चुन-चुन के कइसे खा हल सुमितरी, लइका-लइकी के साथ कइसे उछल-उछल के पोखर में नेहा हल सुमितरी आउर पानीए में छुआ-छूत खेलऽ हल सुमितरी । आज ओकर आँख में सब कुछ के फोटू देखाय पड़इत हल ।) (अल॰5:13.2, 10; 6:16:5, 6, 7)
6359 नेहाय खाय (बअछो॰ 5:25.15)
6360 नेहाल (अआवि॰ 37:19; गो॰ 1:7.3)
6361 नेहाल (तोरा अइसन साथी पाके हम नेहाल हो जायम) (मकस॰ 34:7)
6362 नेहाली (मसक॰ 64:26)
6363 नेहाली (नेहाली तान के दोनो सटबट के पड़ गेल हल ।) (अल॰36:114.12)
6364 नै (= नञ, नयँ) (अमा॰170:5:1.11, 2.5)
6365 नै (= नहीं) (फूब॰ मुखबंध:1.4, 10, 11, 19, 23, 26, 27, 29)
6366 नै ... नै (फूब॰ 4:16.26)
6367 नैं (= नञ, नयँ) (पेट में बड़गो घोंघर हो, ई कहिओ भरेवाला नैं हो) (अमा॰171:9:1.20, 26, 2.3, 4)
6368 नैं हर्रे लगना नैं फिटकिरी आउ रंगो चोखा होना (मसक॰ 23:26)
6369 नैहर (अआवि॰ 58:9)
6370 नो छो (~ होना) (रजधानी से गाँव तक परिवरतन के हवा बहे लगल हे । अब नो छो बड़ी सकेरे होवे के असार दिखाइ पड़ रहल हे ।) (अल॰44:145.23)
6371 नोकर (= नौकर) (नसध॰ 28:124.4, 16)
6372 नोकर (नोकर-दाई) (अमा॰18:8:2.19)
6373 नोकरिया (कातो ~ बाप के मरला पर मइया के आठ लाख रुपइया मिललइ हल) (अमा॰173:11:2.2)
6374 नोकरी (अमा॰1:5:2.4; 171:7:1.24)
6375 नोकरी (= नौकरी) (नसध॰ 37:156.18)
6376 नोकसान (फूब॰ 1:5.19-20)
6377 नोख (अमा॰1:13:1.24; अमा॰167:17:1.10)
6378 नोख्सा (गो॰ 9:41.20, 21)
6379 नोचना (दिन भर कसबा में रहत आउ रात भर खेत-खरिहान नोचत) (नसध॰ 5:22.6; 23:93.24; 34:146.30; 35:149.4)
6380 नोन (बअछो॰ 5:24.14, 17)
6381 नोनगर (मसक॰ 3:16)
6382 नोन-तेल (गो॰ 3:19.21; नसध॰ 5:19.32)
6383 नोन-मिचाई (अमा॰173:1:1.6)
6384 नोमी, नोम्मी (रम॰ 14:113.24)
6385 नोह (बअछो॰ 14:62.14)
6386 नोह टूँगना (बअछो॰ 14:62.14)
6387 नौ छौ करना (अमा॰5:7:2.23)
6388 नौ नतीजा करना (गो॰ 1:8.27-28)
6389 नौकरियाहा (नौकरियाहा लोग से नौकरी आउ वकील लोग से वकालत छोड़ देवे के अनुरोध कैलन) (अमा॰26:6:1.15)
6390 नौकरी (नसध॰ 22:88.21)
6391 नौजवान (नसध॰ 22:88.21, 22)
6392 नौटंकी (नसध॰ 26:117.5)
6393 नौबत (अमा॰16:17:1.18)
6394 नौमी (अआवि॰ 80:30)
6395 नौरात (अआवि॰ 80:29)
6396 नौह (= नोह, नख) (नसध॰ 19:76.16; 23:95.25)
6397 न्योता-पेहानी (बअछो॰ 16:71.2)

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