5403 थउसना (दोकान तो अब थउसले जाइत हे) (नसध॰ 26:115.13) 5404 थकइनी (= थकावट) (खाली कभी-कभी जादे कड़ा धूपवा रहऽ हई, त तेज गर्मिया में थकइनी मेटावे ला तड़कुलारिष्ट से भेंट कर लेही । लोग एकरा देहाती भाषा में ताड़ी कहऽ हथ, बाकि हे ई बहुत मजेदार चीज । अगर स्वर्ग के अमृत सुरा हे त धरती के अमृत तड़कुला हे ।) (अमा॰23:14:1.17) 5405 थकल (नसध॰ 11:46.28) 5406 थकल-पियासल (अमा॰25:14:2:27) 5407 थकल-फेदायल (थकल फेदायल शहर से अइली हे) (अमा॰22:9:2.5) 5408 थकल-फेदाल (रम॰ 5:50.23) 5409 थकल-फेदाल (हाँ भाय, अलगंठवा जी के इहें रोक लऽ । काहे कि इ बड़ थकल-फेदाल भी हका ।) (अल॰44:153.16) 5410 थकल-माँदल (अमा॰6:11:2.7; नसध॰ 8:35.9) 5411 थकल-मातल (नसध॰ 16:71.19) 5412 थक-हार के (अमा॰170:18:1.8) 5413 थकौनी (= थकावट) (आज्झ अलगंठवा हवा से बात कर रहल हल, ओकर देह में सुमितरी के पास करे के खुसी से गुदगुदा रहल हल । ओकर सब थकौनी उपह गेल हल ।) (अल॰28:88.7; 42:137.7) 5414 थक्कल (अमा॰14:9:2.6; 165:7:1.2; अआवि॰ 17:15) 5415 थक्कल-माँदल (अमा॰13:7:2.22) 5416 थथम जाना (फूब॰ 1:4.20) 5417 थपड़ी (नसध॰ 5:16.9) 5418 थपथपाना (नसध॰ 9:38.2) 5419 थपेड़ा (नसध॰ 35:151.10) 5420 थप्पड़ (नसध॰ 23:94.25; 33:142.13; 36:156.8) 5421 थमकना (कभी तो सुगिया सोचे कि अप्पन जान दे दूँ । लेकिन आत्महत्या के पाप समझ के थमक जा हल ।) (अमा॰29:14:1.10) 5422 थम्हना (मसक॰ 62:19) 5423 थम्हना (भार ~) (नसध॰ 30:132.31) 5424 थरभसाना, थरभसा जाना (अलगंठवा के झिड़की सुन के सुमितरी आउर थरभसा गेल हल ।) (अल॰20:65.18) 5425 थरिया (ई बात सुन के बटेसर थरिए में अचावइत कहलक हल - हम तऽ कल्हे ही जा सकऽ ही ।) (अल॰9:27.30, 28.9) 5426 थरिया-लोटा (मसक॰ 105:17) 5427 थरिया-लोटा (सगरो से देख के हम बसिया दीदी से कहली - 'ऊ ~ लेके चल गेलउ । ओकर आस छोड़ दे ।') (अमा॰22:16:1.1, 14, 16, 29) 5428 थलवल (= शीघ्र बच्चा देने वाली मादा पशु) (थलवल एगो गाय खूँटा पर हे ।) (अल॰31:96.12) 5429 थलवलाना (आज्झ इहाँ अलगंठवा आ रहलन हे । उनखर उपकार हम न भूल सकऽ ही । कानीहौदा से हम्मर थलवलायल भैंस मुफ्तीए में छोड़ा देलन हल ।) (अल॰43:139.1) 5430 थसकुरिया (~ मार के बइठ जाना) (नसध॰ 17:74.8) 5431 थसकुरिये (~ गिर जाना) (नसध॰ 4:14.16) 5432 थाप (ढोलक के ~ आउ अल्हा के मान से रात के सन्नाटा भी सन् हो गेल हल) (नसध॰ 27:121.2) 5433 थारी (नसध॰ 9:41.7) 5434 थारी (ऊ थरिया के पटक देलक) (अमा॰3:12:2.15) 5435 थारी (थरिया) (मसक॰ 113:5, 7) 5436 थारी-लोटा (गो॰ 5:23.30; कब॰ 5:5) 5437 थिर (अमा॰16:11:2.11) 5438 थिरकन (नसध॰ 45:198.21) 5439 थिरकना (नसध॰ 45:198.20) 5440 थुक्का-फजीहत (कब॰ 32:17) 5441 थुराना (छोड़के राह बेराह जे कोई चलत, चोट अंगुरी में लग के थुरैबे करत; मइया तो रोज थुराइत हे, काहे कि ओहू बुढ़ायल हे) (अमा॰3:8:1.2; 15:20:1.13) 5442 थूक (~ गिरा के चटाना) (नसध॰ 30:133.10) 5443 थूकथूकाना (नदी किनारे टिटहीं बोल रहल हल । रजेसर दिसा पर से ही बैठल-बैठल टिटहीं के अवाज सुन के थूकथूका देलक हल । काहे कि टिटहीं के बोली असुभ मानल जाहे ।) (अल॰21:66.26) 5444 थूकना (नसध॰ 30:133.11) 5445 थूकम-फजीहती (गो॰ 8:39.5) 5446 थूक्कम-फजिहत (अमा॰16:20:1.3) 5447 थू-थू करना (नसध॰ 41:182.13) 5448 थूरना (अआवि॰ 41:1) 5449 थूरी-थूरी (धिक्कार हे इ सरकार के । दुनिया के लोग थूरी-थूरी कर रहल हे ।) (अल॰44:147.8) 5450 थेटर (= थियेटर) (नसध॰ 20:80.24) 5451 थेथर (कब॰ 1:22) 5452 थेथर (साँझ पहर घर आवे पर गँउआ-गुदाल होवे पर अप्पन बड़ भाई के हाथ से चमरखानी जूता से मार खा के थेथर हो गेल हल अलगंठवा ।) (अल॰1:2.5) 5453 थेथराना, थेथरा जाना (ई आशीर्वाद सुनते-सुनते सब थेथरा गेल हे) (मकस॰ 49:23) 5454 थोंथ, थोथ (हार के ~ लटकौले घूर जाइत हलन) (नसध॰ 26:117.14; 31:135.18) 5455 थोड़कहीं (मसक॰ 73:14) 5456 थोड़िके (~ दूर, ~देर में) (अआवि॰ 88:26; 89:6) 5457 थोड़िके देर (बअछो॰ 6:31.8) 5458 थोड़िके, थोड़िका (चुभसे॰ 1:1.15, 4.32; 3:10.16) 5459 थोड़े (नसध॰ 5:21.31) 5460 थोड़े-थाक (हमरो से ~ बतिअयले जा हथ) (अमा॰169:9:2.21) 5461 थोथुन (~चमकाना ) (सब खेलाड़ी चारो खाने चित्त हो गेलन । सब के पइसा हलोरा गेल । सब के ~ नीचे गिर गेल ।; हम गते बोले ला कहऽ ही त उल्टे थोथुन चमका दे हथ) (अमा॰7:18:1.15; 15:20:1.6) 5462 थोथुन गड़यले चलना (मसक॰ 114:11) 5463 थोथून (~ लटकना) (नसध॰ 33:144.17; 37:159.12) 5464 थोबड़ा (अइसन ओजनदार जवाब सुनके नेताजी शर्मिन्दगी के चद्दर ओढ़ले, थोबड़ा लटकौले चमचन के साथे आगे बढ़ गेलन) (अमा॰163:9:2.33)
Sunday, October 18, 2009
27. थकारादि शब्द
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